मेरे हृदय का सबसे छोटा हिस्सा जो अत्यधिक छोटा होने के बावजूद भी सूर्य से अधिक विशाल है —तुम !!
“मतलबी बाजार में एक लड़का है मोहब्बत नाम का, उससे हम जैसा जुड़ाव हुआ….. दरमियान हमारे जाने क्या हुआ मसला…. उसे खोना था तो खोया…. बल्कि मैं अपनी खुदी भी खो बैठी।”